RWPI द्वारा दिल्ली में ई-रिक्शा चालकों की मीटिंग
दिल्ली के ई-रिक्शा चालकों की समस्याओं व दिल्ली की ई-रिक्शा यूनियन के निर्माण के सम्बन्ध में एक मीटिंग ‘भारत की क्रान्तिकारी मज़दूर पार्टी’ (RWPI) के खजूरी कार्यालय पर की गई। इस मीटिंग में मुख्यतः उत्तर-पूर्वी दिल्ली के ई-रिक्शा चालक शामिल हुए। इन चालकों ने बताया कि पिछले दिनों से ई-रिक्शा के चालान कटने बढ़ गये हैं। 5,000 से 13,000 तक का चालान हो रहा है; चालान का मुख्य कारण ट्रैफ़िक पुलिस द्वारा ये बताया जाता है कि आपको शहर की सड़क पर चलने का अधिकार नहीं है। इन चालकों ने बताया कि ये स्पष्ट निर्धारित नहीं है कि वे दिल्ली में किन मार्गों पर ई-रिक्शा चला सकते हैं। पुलिस दिल्ली के किसी भी मार्ग पर चलने पर इनका चालान काट देती है। मीटिंग में ई-रिक्शा चालकों ने प्रस्ताव रखा कि दिल्ली स्तर की ई-रिक्शा यूनियन बनाकर उसका रजिस्ट्रेशन कराया जाय और यूनियन के बैनर तले उनके अधिकार की लड़ाई लड़ी जाय। इन चालकों ने बताया कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार और केंद्र की मोदी सरकार दिल्ली के ई-रिक्शा चालकों की समस्या पर ध्यान ही नहीं दे रही है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से RWPI के उम्मीदवार योगेश ने मीटिंग में कहा कि ई-रिक्शा चालकों की दिल्ली स्तर की यूनियन बनाने में RWPI के कानूनी सलाहकार पूरी सहायता करेंगे; साथ ही हमारी पार्टी (RWPI) उनके संघर्ष में पूरी तरह उनके साथ है।