मई दिवस के उपलक्ष्य पर #RWPI द्वारा चुनावी सभा!
मई दिवस के उपलक्ष्य पर बवाना औद्योगिक क्षेत्र के मेट्रो विहार फेज़ 1 में चुनावी सभा रखी गई। मज़दूरों ने बढ़चढ़ कर इस सभा में भागीदारी की। भाजपा के एक दलाल ने सभा को ख़राब करने की कोशिश की पर मज़दूरों ने उसे वहाँ से खदेड़ दिया। मई दिवस के ऐतिहासिक महत्व पर बात रखते हुए #RWPI के सनी ने कहा कि मई दिवस का दिन मज़दूर वर्ग का राजनीतिक चेतना में छलांग लगाने का दिन है और शिकागो के महान नायकों और लड़ाका मज़दूरों से सीखने का दिन है जिन्होंने काम के घंटे आठ करने की मांग को हर मज़दूर तक पहुंचा दिया। मई दिवस यह घोषणा करने का दिन है कि मज़दूर भी इंसान हैं और उजरत की गुलामी उन्हें एक दिन भी स्वीकार नहीं। हालांकि आज हमारी मांग काम के घंटे 6 की होनी चाहिए क्योंकि शिकागो में उठ खड़े उस आंदोलन के बाद आज जहां हम खड़े हैं तो हम पाते हैं कि आज उत्पादकता बेहद बढ़ी है परन्तु वेतन नहीं बढ़ा है बल्कि पहले के मुकाबले घट गया है। दूसरा आज हमें चुनावों में पूंजीवादी पार्टियों का पिछलग्गू बनने की जगह मज़दूर वर्ग की अपनी पार्टी RWPI को चुनना होगा। आगे बात रखते हुए शिवानी ने विस्तार से बताया कि भारत की क्रान्तिकारी मज़दूर पार्टी की स्थापना 2018 में देश के अलग-अलग हिस्सों के मज़दूरों और संगठनकर्ताओं ने मिलकर की है। यह पार्टी मज़दूरों के बीच से अपनी आर्थिकी चलाती है जबकि भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी शासक वर्ग के अलग-अलग हिस्सों का प्रतिनिधित्व करती हैं और इसलिए उनसे ही चंदा भी लेती हैं। आगे शिवानी ने पार्टी के घोषणापत्र को विस्तारपूर्वक पेश किया। अंत में उत्तर-पश्चिमी दिल्ली की #RWPI की उम्मीदवार अदिति ने विस्तारपूर्वक बात रखी कि वे चुने जाने पर केवल कुशल मज़दूर जितना वेतन ही लेंगी। इलाके में सांसद निधि की राशि का खर्चा मोहल्ला समितियों के मातहत होगा। साथ ही उन्होंने बताया कि वे जीतने पर पीने के पानी की पूर्ण सुविधा, पक्की नालियां बनवाने, इलाके में मज़दूर हॉस्टल व मेस खुलवाने, महिलाओं के लिए क्रेच की सुविधा करने, एम्बुलेंस व शव उठाने के लिए वाहन का इंतजाम आदि करेंगी।