ईरान पर इज़रायली हमले के साथ मध्यपूर्व में साम्राज्यवादी युद्ध का विस्तार – युद्ध, नरसंहार और तबाही: ये साम्राज्यवाद द्वारा मानवता को दी जा रही नेमतें हैं
आने वाले दिनों में अमेरिकी साम्राज्यवाद अपने गिरते वर्चस्व को रोकने के लिए मध्य-पूर्व सहित दुनिया के विभिन्न हिस्सों में युद्ध, नरसंहार, बेपनाह हिंसा का सहारा लेने से बाज़ नहीं आने वाला है। मध्य-पूर्व में चल रही मौजूदा उथल-पुथल का असर न सिर्फ़ उस क्षेत्र में होगा बल्कि तेल व गैस का भण्डार होने की वजह से उस क्षेत्र मे अस्थिरता का असर समूचे विश्व की अर्थव्यवस्थाओं पर होना लाज़िमी है। साथ ही यह उथल-पुथल, अनिश्चितता और अस्थिरता जनबग़ावतों की ज्वाला को भी भड़काने का काम करेगी। स्पष्ट है कि साम्राज्यवाद का एक-एक दिन मानवता के लिए ज़्यादा से ज़्यादा तबाही और बरबादी का सबब बनता जा रहा है। इसलिए साम्राज्यवाद के ख़ात्मे के बिना दुनिया में अमन, चैन और ख़ुशहाली नहीं हो सकती है।
Read more