उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के मेट्रो विहार फेज़ 2, होलम्बी कलां में चुनावी सभा

28 अप्रैल की देर शाम को मेट्रो विहार फेज़ 2 में चुनावी सभा का आयोजन किया गया। इस इलाके में अधिकतम फैक्ट्री मज़दूर रहते हैं जो भोरगढ इंडस्ट्रियल एरिया व बवाना इंडस्ट्रियल एरिया में काम करते हैं। इस मज़दूर बस्ती के चारों ओर गांव बसे हैं जिनमें कुछ मज़दूर भी किराए पर रहते हैं। खेतों से घिरी इन बस्तियों के ऊपर फ़ैक्ट्रियों का धुआं छाया रहता है, यह सुबह-सुबह खेतों पर उगने वाले लाल सूरज को भी धुंधला कर देता है। हाडतोड़ मेहनत करने के बाद मज़दूर जब फैक्ट्री से वापस घर लौटते हैं तो पैसे बहाने की चुनावी नौटंकी से जहाँ एक तरफ़ उदासीन हो गए हैं तो हर बार चुनावी नारों पर भी कान लगाए रहते हैं कि शायद कुछ बदल जाए। मज़दूर एक दिन भी पूँजी के जुए को अपने कंधे पर सहने के लिए तैयार नहीं है परन्तु इस बोझ को अपने कंधे से उतारने के लिए उसे बहुत से भ्रम दूर करने हैं। पूँजीवादी संसदीय व्यवस्था के अंदर और बाहर से भंडाफोड़ किए बिना मज़दूर वर्ग का भ्रम दूर नहीं होगा। #RWPI की चुनावी सभाओं मज़दूर वर्ग के इन भ्रमों को तोड़ने की कोशिश जारी है।