RWPI द्वारा हरियाणा में शहीद यादगारी अभियान

24 मार्च, भगतसिंंह, सुखदेव, राजगुरू के 88 वें शहादत दिवस के अवसर पर कुरूक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र में शहीद यादगारी अभि‍यान के तहत भारत की क्रान्‍ति‍कारी मज़दूर पार्टी के घोषणापत्र के प्रचार-प्रसार की शुरूआत की। RWPI ने कलायत से होते हुए गांव रामगढ़, चौशाला तक बाइक रैली निकाल कर कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का एलान करते हुए पर्चा वितरण किया। मज़दूर पार्टी का मानना है कि आज मेहनतकश जनता को अपनी आवाज़ स्वतंत्र रूप से उठाने की ज़रूरत है। क्योंकि आज जितनी भी चुनावबाज़ पार्टियाँ देश में मौजूद हैं वो सभी मेहनतकश जनता की आवाज़ को संसद-विधानसभा में उठाने में पूरी तरह नाकामयाब रही हैं, जिसकी वजह से मेहनतकश जनता को अपनी अलग पार्टी बनाने पर मजबूर होना पड़ा। RWPI दूसरी सभी पार्टियों से इस मायने में भी अलग है क्योंकि RWPI का पूरा तानाबाना मेहनतकश जनता के दम पर खड़ा किया गया है और वह मेहनतकश जनता के दम पर ही इस बार का लोकसभा चुनाव लड़ने जा रही है। जबकि दूसरी सभी पार्टियाँ, छोटे-बड़े पूँजीपति घरानों से चंदा लेकर चुनाव लड़ती हैं। RWPI का यह मानना है कि जो पार्टियाँ पूँजीपतियों के दम पर चलती हैं वो सत्ता में आने के बाद भी पूँजीपतियों की ही सेवा करती हैं। यह पार्टी इसी मायने में बाकी सभी पार्टियों से अलग है।
हरि‍याणा राज्‍य के पार्टी प्रवक्‍ता प्रवीन ने बताया कि‍ RWPI का घोषणापत्र कहता है कि अगर उसका उम्मीदवार इस बार के लोकसभा चुनाव में विजयी होता है तो वह संसद में जाकर मेहनतकश जनता यानी मज़दूरों, ग़रीब किसानों, अस्थाई कर्मचारियों व छात्रों-नौजवानों की आवाज़ को बुलंद करेगा। दूसरा, अपनी सांसद निधि के माध्यम से, वह जो अपने क्षेत्र में विकास के कार्य करवा सकता है उसको वह हर सम्भव करवाएगा। तीसरा, अपने वेतन में से न्यूनतम मज़दूरी के बराबर वेतन रखकर, बाकी सारे वेतन को सांसद निधि में डाल देगा और आय-व्यय के पूरे हिसाब-किताब को प्रकाशित किया जाएगा। चौथा, रोज़गार की माँग को आगे बढ़ाते हुए ‘भगतसिंह राष्ट्रीय रोज़गार गारण्टी क़ानून’ पास करवाने के लिए संसद में हर सम्भव प्रयास किया जाएगा। पाँचवा, काम के घंटे छः करने के लिए संसद में आवाज़ उठाई जाएगी और साथ में न्यूनतम मज़दूरी कम से कम 20 हज़ार हो इसकी माँग भी संसद में ज़ोर-शोर से उठाई जाएगी। छठा, प्राथमिक से लेकर उच्चतर शिक्षा के स्तर तक सभी को निशुल्क एवं समान शिक्षा सरकार की ज़िम्मेदारी हो। सातवाँ, सभी को समान एवं निशुल्क दवा-इलाज सरकार की ज़िम्मेदारी हो। आठवाँ, सभी पूँजीपतियों, जो पैसे लेकर देश से भाग गये हैं उनकी पूरी सम्पत्ति का तुरंत राष्ट्रीयकरण किया जाए। नौवाँ, ज़मीन का राष्ट्रीयकरण किया जाये और सभी बड़े निजी फार्मों पर सामूहिक व सहकारी फ़ार्म बनाकर खेतिहर मज़दूरों और ग़रीब किसानों को सौंपा जाये। दसवाँ, पूरी मेहनतकश आबादी के लिए सरकारी आवास की व्यवस्था हो और इसके लिए निजी बिल्डरों, धनिकों आदि के लाखों ख़ाली पड़े मकानों और अपार्टमेण्टों को ज़ब्त किया जाए। ग्यारहवाँ, सभी बैकों का राष्ट्रीयकरण किया जाये और एक केंद्रीय बैंक की स्थापना की जाये। बारहवाँ, सभी अप्रत्यक्ष कर समाप्त किए जाएँ और सम्पत्ति पर प्रगतिशील टैक्स व्यवस्था लागू की जाये। ऐसी तमाम माँगों को लागू करवाने के लिए RWPI संसद-विधानसभा में संघर्ष करेगी।
RWPI का मानना है कि आज संसद-विधानसभा में मेहनतकश जनता की ये माँगें किसी भी चुनावबाज़ पार्टी द्वारा उठाई ही नहीं जाती क्योंकि संसद-विधानसभा में ये माँगें न उठें इस पर सभी पार्टियों की सहमति होती है। आज संसद-विधानसभा को केवल पूँजीपतियों की नीतियों को आगे बढ़ाने वाला स्थान बना दिया गया है। RWPI इस बार लोकसभा 2019 में अपने सात उम्मीदवारों को उतारने जा रही है, जिनमें से एक को कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से खड़ा किया जा रहा है। अभी तक RWPI द्वारा कुरुक्षेत्र लोकसभा से चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार के नाम की घाेषणा नहीं की गयी है।